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टाटा कैपिटल का मेगा IPO: 15,000 करोड़ रुपये से अधिक के निर्गम के लिए 10 निवेश बैंक नियुक्त, मार्च-अप्रैल में हो सकता है ड्राफ्ट दाखिल

टाटा समूह की प्रमुख वित्तीय सेवा कंपनी टाटा कैपिटल लिमिटेड ने अपने 15,000 करोड़ रुपये से अधिक के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) की तैयारी तेज कर दी है। मनीकंट्रोल के सूत्रों के अनुसार, कंपनी ने इस मेगा आईपीओ के लिए 10 निवेश बैंकों के सिंडिकेट को फाइनल किया है और मार्च के अंत या अप्रैल की शुरुआत तक सेबी के गोपनीय प्री-फाइलिंग रूट के माध्यम से ड्राफ्ट प्रॉस्पेक्टस दाखिल कर सकती है।


मुख्य बिंदु:

  1. आईपीओ संरचना: प्राथमिक (नए शेयर) और द्वितीयक (मौजूदा शेयरधारकों की बिक्री) मुद्दे का संयोजन।
  2. हिस्सेदारी में कमी: प्रमोटर टाटा संस और निवेशक IFC अपनी हिस्सेदारी घटा सकते हैं।
  3. निवेश बैंक: कोटक महिंद्रा कैपिटल, सिटी, जेपी मॉर्गन, एक्सिस कैपिटल, आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, एचएसबीसी, आईआईएफएल कैपिटल, बीएनपी पारिबा, एसबीआई कैपिटल और एचडीएफसी बैंक शामिल।
  4. राइट्स इश्यू: आईपीओ से पहले 1,504 करोड़ रुपये जुटाने के लिए बोर्ड ने मंजूरी दी, जिसे टाटा संस पूरा खरीदेगी।
  5. सेबी का गोपनीय रूट: प्रारंभिक चरण में वित्तीय विवरण गोपनीय रखने की सुविधा।


टाटा कैपिटल आईपीओ: क्यों है खास?

  • टाटा समूह का सबसे बड़ा आईपीओ: 2023 के टाटा टेक्नोलॉजीज (3,042 करोड़) और 2004 के टीसीएस (4,713 करोड़) के बाद यह समूह का अब तक का सबसे बड़ा निर्गम होगा।
  • RBI का नियम: “अपर लेयर” एनबीएफसी को सितंबर 2025 तक लिस्टिंग अनिवार्य। टाटा कैपिटल इस श्रेणी में शामिल।
  • विलय का प्रभाव: जनवरी 2024 में टाटा कैपिटल फाइनेंशियल सर्विसेज और टाटा क्लीनटेक का विलय हुआ। अब टाटा मोटर्स फाइनेंस का भी विलय प्रस्तावित।
टाटा कैपिटल का मेगा IPO: 15,000 करोड़ रुपये से अधिक के निर्गम के लिए 10 निवेश बैंक नियुक्त, मार्च-अप्रैल में हो सकता है ड्राफ्ट दाखिल
टाटा कैपिटल का मेगा IPO: 15,000 करोड़ रुपये से अधिक के निर्गम के लिए 10 निवेश बैंक नियुक्त, मार्च-अप्रैल में हो सकता है ड्राफ्ट दाखिल

वित्तीय प्रदर्शन और निवेश

  • ऋण पुस्तक: 31 मार्च, 2024 तक 1,57,761 करोड़ रुपये (पिछले वर्ष से 35% वृद्धि)।
  • शुद्ध लाभ: 2023-24 में 3,150 करोड़ रुपये (37% वृद्धि)।
  • ROE (Return on Equity): 17.6%।
  • टाटा संस का निवेश: पिछले 5 वर्षों में 6,097 करोड़ रुपये की पूंजी डाली, जिसमें 2023-24 में अकेले 2,003 करोड़ शामिल।

सेबी का गोपनीय प्री-फाइलिंग रूट

यह रूट कंपनियों को प्रारंभिक चरण में संवेदनशील वित्तीय जानकारी छिपाने की अनुमति देता है। टाटा कैपिटल, टाटा प्ले, ओयो, स्विगी, क्रेडिला और फिजिक्सवाला के बाद इस रूट का उपयोग करने वाली आठवीं भारतीय कंपनी बन गई है।


बाजार और प्रतिस्पर्धा

  • बजाज हाउसिंग फाइनेंस ने हाल ही में 135% प्रीमियम के साथ शानदार डेब्यू किया।
  • HDB फाइनेंशियल ने 12,500 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए ड्राफ्ट दाखिल किया।
  • टाटा कैपिटल का एयूएम (Assets Under Management): 31 मार्च, 2024 तक 1.58 लाख करोड़ रुपये

आगे की राह

  • ड्राफ्ट दाखिल: मार्च-अप्रैल 2025 में गोपनीय प्री-फाइलिंग के जरिए।
  • सेबी मंजूरी: Q2 2025 तक की उम्मीद।
  • आईपीओ लॉन्च: Q3 2025 में, बाजार और नियामक मंजूरी पर निर्भर।

टाटा कैपिटल का यह आईपीओ न केवल टाटा समूह के लिए, बल्कि भारतीय पूंजी बाजार के लिए एक मील का पत्थर साबित हो सकता है। निवेशकों को टाटा के विश्वसनीय ब्रांड, मजबूत वित्तीय संकेतकों और RBI के नियमों से मिलने वाले अवसर पर नजर रखनी चाहिए।



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