Gold Price Down After Union Budget 2024
लोकसभा चुनाव के बाद पहला बजट: सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट का कारण BUDGET 2024
लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद से ही बजट को लेकर चर्चाएँ जोरों पर थीं। 23 जुलाई को वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में यह बहुप्रतीक्षित बजट पेश किया। बजट भाषण में सीतारमण ने एक महत्वपूर्ण ऐलान किया जिसके बाद सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट देखी जा रही है। इस रिपोर्ट में हम इस गिरावट के कारणों और बजट के अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा करेंगे।
सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट का कारण

“वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इंपोर्ट ड्यूटी घटाने की घोषणा की: सोने और चांदी की कीमतों में आई गिरावट”
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 23 जुलाई को संसद में बजट पेश करते हुए एक महत्वपूर्ण घोषणा की, जिसका सीधा असर सोने और चांदी की कीमतों पर पड़ा है। बजट भाषण में सीतारमण ने बताया कि गोल्ड और सिल्वर पर लगाई जाने वाली इंपोर्ट ड्यूटी को 15 प्रतिशत से घटाकर 6 प्रतिशत कर दिया गया है। इस निर्णय का तात्कालिक प्रभाव सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट के रूप में देखा गया है।
इस ऐलान के बाद, सोने और चांदी की कीमतों में महत्वपूर्ण बदलाव आए हैं। वर्तमान में, 999 शुद्धता वाले 24 कैरेट के 10 ग्राम सोने की कीमत 72690 रुपये है। पहले, जब इंपोर्ट ड्यूटी अधिक थी, तो सोने की कीमतें अधिक स्थिर और ऊँची थीं। अब, ड्यूटी में कमी के चलते, सोने की कीमतों में गिरावट आई है, जो उपभोक्ताओं और निवेशकों के लिए एक राहत का संकेत है।
इसी प्रकार, 999 शुद्धता वाली चांदी की कीमत भी घटकर 87570 रुपये प्रति किलो हो गई है। चांदी के दामों में इस गिरावट का कारण भी वही इंपोर्ट ड्यूटी में कमी है। जब आयात पर टैक्स कम हो जाता है, तो इन धातुओं की उपलब्धता बढ़ जाती है, जिससे इनकी कीमतें गिरने लगती हैं।
इस नई नीति के लागू होने के बाद सोने और चांदी की मांग बढ़ने की उम्मीद है। जैसे-जैसे मांग में वृद्धि होगी, बाजार में सोने और चांदी की उपलब्धता भी बढ़ेगी, जिससे इनकी कीमतों में और भी कमी आ सकती है। इससे सोने और चांदी में निवेश करने वाले लोगों को लाभ हो सकता है, और ये धातुएं आम जनता के लिए भी अधिक सुलभ हो सकती हैं।
वित्त मंत्री का यह कदम सोने और चांदी के बाजार को स्थिरता प्रदान करने के साथ-साथ, इन धातुओं की वाणिज्यिक मांग को भी बढ़ावा देगा। जब इंपोर्ट ड्यूटी कम होती है, तो व्यापारियों और आयातकों को भी लाभ होता है, जिससे वे कम कीमत पर सोना और चांदी आयात कर सकते हैं
पिछले दिन की कीमतों की तुलना
22 जुलाई को, जब सोने और चांदी की कीमतें बंद हुईं, तब 24 कैरेट सोना 72180 रुपये प्रति 10 ग्राम पर था। इसके बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में सोने और चांदी पर इंपोर्ट ड्यूटी घटाने की घोषणा की, जिससे सोने की कीमतों में गिरावट आई है। इस नए ऐलान के अनुसार, गोल्ड और सिल्वर पर लगाई जाने वाली इंपोर्ट ड्यूटी को 15 प्रतिशत से घटाकर 6 प्रतिशत कर दिया गया है।
इंपोर्ट ड्यूटी में इस कमी के कारण सोने और चांदी की मांग बढ़ने की संभावना है। जब आयात पर टैक्स कम हो जाता है, तो इन धातुओं की कीमतों में कमी आ जाती है, जिससे उपभोक्ताओं और निवेशकों के लिए सोना और चांदी सस्ते हो जाते हैं। इसका सीधा असर बाजार में सोने और चांदी की कीमतों पर पड़ता है, और आगामी समय में इनकी कीमतों में और गिरावट देखी जा सकती है।
इस घोषणा से पहले, सोने की कीमतें 72180 रुपये प्रति 10 ग्राम पर स्थिर थीं। अब, इस ऐलान के बाद सोने की कीमतों में महत्वपूर्ण गिरावट देखी जा रही है। यह गिरावट भविष्य में भी जारी रह सकती है, क्योंकि इंपोर्ट ड्यूटी घटने से सोने और चांदी की मांग में वृद्धि हो सकती है। बढ़ी हुई मांग के साथ-साथ उपलब्धता में वृद्धि होने से कीमतों में और कमी आ सकती है, जो कि बाजार में एक स्थिर और संभावित लाभकारी स्थिति उत्पन्न कर सकता है।
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अन्य प्रमुख ऐलान
सोने और चांदी के अलावा, वित्त मंत्री ने कई अन्य महत्वपूर्ण ऐलान भी किए, जिनमें से कुछ निम्नलिखित हैं:
- कैंसर से जुड़ी दवाएं सस्ती होंगी: कैंसर से जुड़ी दवाओं पर से कस्टम ड्यूटी हटा दी गई है।
- एक्सरे ट्यूब और फ्लैट पैनल डिटेक्टर: इन पर भी इंपोर्ट ड्यूटी हटा दी गई है, जिससे ये उपकरण सस्ते हो जाएंगे।
- मोबाइल फोन और उनके पार्ट्स: मोबाइल फोन और उनके पार्ट्स भी सस्ते हो जाएंगे, जिससे मोबाइल फोन इंडस्ट्री को बढ़ावा मिलेगा।
- पीवीसी फ्लैक्स बैनर: इनके आयात पर खर्च बढ़ जाएगा, जिससे ये महंगे हो जाएंगे।
- दूरसंचार उपकरण: टेलीकॉम उपकरणों का आयात महंगा हो जाएगा।
- मेक इन इंडिया: देश में बने घरेलू प्रोडक्ट्स को बढ़ावा देने के लिए यह योजना लागू की गई है।
- इक्विटी निवेश: 1 साल से ज्यादा समय तक रखे गए इक्विटी निवेश पर टैक्स 15 प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत कर दिया गया है।
निष्कर्ष
“निर्मला सीतारमण के बजट से सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट, कैंसर दवाएं और मोबाइल फोन होंगे सस्ते”
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत बजट में किए गए ऐलानों से सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट देखने को मिली है। सोने और चांदी पर इंपोर्ट ड्यूटी को 15 प्रतिशत से घटाकर 6 प्रतिशत कर दिया गया है, जिससे इनकी कीमतों में कमी आई है। ड्यूटी में इस कमी से सोने और चांदी की मांग बढ़ने की संभावना है, जिससे आने वाले समय में इनकी कीमतों में और गिरावट हो सकती है। यह बदलाव उन लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है जो सोने और चांदी में निवेश करने की योजना बना रहे हैं या इन्हें खरीदना चाहते हैं।
इसके अतिरिक्त, बजट में कैंसर दवाओं और मोबाइल फोन के पार्ट्स पर कस्टम ड्यूटी हटाने की घोषणा की गई है। इससे कैंसर दवाओं की कीमतों में कमी आएगी, जो कि गंभीर बीमारियों के इलाज में सहायक साबित होगी। मोबाइल फोन और उनके पार्ट्स सस्ते होंगे, जिससे उपभोक्ताओं को लाभ होगा और टेक्नोलॉजी की पहुंच बढ़ेगी।
वहीं दूसरी ओर, पीवीसी फ्लैक्स बैनर और दूरसंचार उपकरणों के आयात पर लागत बढ़ जाएगी, जिससे इनकी कीमतें महंगी होंगी। इसके अतिरिक्त, इक्विटी निवेश पर टैक्स बढ़ाकर 20 प्रतिशत कर दिया गया है, जिससे लंबे समय तक रखे गए शेयर्स पर निवेशकों को अधिक खर्च करना पड़ेगा।
इन घोषणाओं के प्रभाव को आम जनता और निवेशकों पर देखने के लिए समय लगेगा। बजट के ये ऐलान अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण बदलाव ला सकते हैं, और आने वाले समय में बाजार की प्रतिक्रियाएँ इन प्रभावों को स्पष्ट करेंगी।
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